हिंदी न्यूज़ पोर्टल्स
मीडिया आज जिस आधुनिक रूप और स्वरुप के साथ हमारे सामने है ये दरअसल वर्षों से लगातार हो रहे अविष्कारों और तकनीकी क्षेत्र में निरंतर विकास का नतीजा है । भारत में मीडिया का इतिहास भले ही पुराना हो मगर पिछले दो दशकों में आधुनिकता और तकनीकों से लैस होने के कारण मीडिया ने जन-जन तक पहुँचने में तेज़ी से सफलता प्राप्त की है । इन्टरनेट तथा अन्य तकनीकी विकास ने भारत में मीडिया को और अधिक लोकप्रिय बना दिया है । आज तकनीकी विकास के ही कारण दिन-ब-दिन मीडिया नए रंग में विकास की नयी बुलंदियों को छूते हुए आगे बढ़ता जा रहा है ।
समाचार पत्रों के बाद न्यूज़ चैनल और न्यूज़ चैनलों के बाद इन्टरनेट ने रफ़्तार के साथ ख़बरों की एक बाढ़ सी लगा दी है । आज सूचनाओं के लिए अगले दिन का इंतेज़ार बीते दिनों की बात लगती है । इन्टरनेट ने सूचनाओं को तेज़ी के साथ इधर से उधर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।
इन्हीं तकनीकी विकास के नतीजे में जो सबसे अहम चीज़ देखने को मिली वो हैं न्यूज़ वेब पोर्टल्स । वेब पोर्टल्स आज समाचार हासिल करने का मुख्य माध्यम बनते जा रहे है । 1990 के बाद से प्रकाश में आने वाले वेब पोर्टल्स आज इतने थोड़े से वक़्त में भी अपनी एक अलग जगह बना चुके हैं ।
वेब पोर्टल्स के महत्त्व का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज हिंदी के बड़े-बड़े समाचार चैनल्स 24 घंटे ख़बरों की बमबारी करने के बावजूद अपने-अपने न्यूज़ पोर्टल्स भी चला रहे है जहाँ से कम समय में भी अधिक से अधिक सूचनाओं को ग्रहण किया जा सकता है ।
समाचार पत्रों की तरह यहाँ स्पेस की कोई सीमा नहीं होती मगर फिर भी यह बात सोचने पर मजबूर करती है कि इन न्यूज़ पोर्टल्स पर ख़बरें विस्तृत होने के बजाय संक्षिप्त क्यों होती है । वास्तव में समाचार पत्रों की तुलना में यहाँ ख़बरें कम से कम शब्दों में बताने की कोशिश की जाती है । चूंकि इन्टरनेट वास्तव में सूचनाओं का एक ज़खीरा है जहाँ कभी भी किसी भी तरह की सूचनाएँ आसानी से उपलब्ध रहती हैं । इतनी ज़बरदस्त भीड़ में इन्टरनेट पर सूचनाओं के स्रोतों की भी कोई कमी नहीं है और एक से बढ़कर एक पोर्टल्स अपने-अपने अंदाज़ में सूचनाएँ देकर पाठकों को अपनी तरफ़ आकर्षित करने की कोशिश में लगे हुए हैं ऐसे यूज़र भी आसानी तलाश करता है कि कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक जानकारी हासिल हो जाये । यही वजह है की न्यूज़ पोर्टल्स ख़बरों को संक्षेप में बता देने की ज़्यादा कोशिश करते हैं ।
वर्तमान समय में हिंदी के कुछ प्रमुख समाचार चैनलों के वेब पोर्टल्स के रूप और स्वरुप पर संक्षेप में चर्चा करते हुए हम हिंदी न्यूज़ पोर्टल्स को आसानी जान और समझ की सकते हैं ।
एन डी टीवी, न्यूज़ 24, आईबीएन 7, आज तक, एबीपी न्यूज़ आदि भारत के प्रमुख हिंदी समाचार चैंनलों में से हैं । 24 घंटे समाचारों के लिए समर्पित ये चैनल्स अपने-अपने पोर्टल्स पर भी विशेष ध्यान देते हैं क्योंकि जैसे जैसे इन्टरनेट यूज़र्स की संख्या भारत में बढ़ती जा रही है और इन्टरनेट लगभग सभी लोगों तक अपनी पहुँच बनाता जा रहा है वैसे-वैसे न्यूज़ पोर्टल्स की लोकप्रियता भी बढ़ती जा रही है । आजतक को हिंदी न्यूज़ चैनलों की दुनिया का सर्वश्रेष्ठ चैनल मन जाता है मगर साथ ही साथ आजतक का वेब पोर्टल भारत के सर्वश्रेष्ठ 10 हिंदी न्यूज़ पोर्टल्स की सूची में भी पहले स्थान पर है ।
आईबीएन 7 का न्यूज़ पोर्टल भी टॉप 10 की सूची में में शुमार किया जाता है आज इन्टरनेट की दुनिया में इन न्यूज़ चैनलों के पोर्टल्स के अतिरिक्त कई पोर्टल्स ऐसे भी हैं जिनकी पहचान केवल एक न्यूज़ पोर्टल्स की शक्ल में ही होती है और उनका वेब पोर्टल्स के आलावा कोई अन्य चैनल या समाचार पत्र नहीं है मगर फिर भी अपने लगातार और तेज़ रफ़्तार अपडेट के कारण निरंतर लोकप्रिय होते जा रहे हैं । इस सन्दर्भ में सबसे मशहूर वेब पोर्टल का नाम वेबदुनिया है ।
इन सभी न्यूज़ वेब पोर्टल्स ने जिस तेज़ी के साथ लोकप्रियता हासिल की है उसका प्रमुख कारण ये है कि ये काफी हद तक यूज़र फ्रेंडली हैं अर्थात एक इन्टरनेट यूज़र के लिए समाचार पत्रों से अधिक सुविधाजनक हैं । लिंक पर विज़िट करते ही खुलने वाला प्रथम पृष्ठ इतना आकर्षक होता है कि यूज़र एक बार अवश्य रुक जाता है और दो-एक अपने मतलब की ख़बर पढ़ने के बाद ही आगे बढ़ता है । ख़बरों का विषयानुसार वर्गीकरण भी पाठकों को वेब पोर्टल्स की ओर अधिक आकर्षित करता है । देश, विदेश, खेल, मनोरंजन, राजनीति, सिनेमा, बिज़नेस, कला आदि विषयों के नाम से प्रथम पृष्ठ पर अलग-अलग पेजेज़ के लिंक्स होते हैं जो एक पाठक को समाचार पत्रों की तरह पन्नों को उलट-पुलट करने से बचने में मदद करते हैं और सीधे तौर पर अपनी रुचि की ख़बर तक पहुँचने तथा पढ़ने की सुविधा प्रदान करते हैं । सोशल मीडिया ने भी न्यूज़ पोर्टल्स को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । आज लगभग सभी न्यूज़ पोर्टल्स अपने पोर्टल को सोशल मीडिया से कनेक्ट करके खुद को प्रमोट करने की कोशिश करते हैं । कुछ दिलचस्प अंदाज़ में ख़बरों की हैडिंग पेश करके पाठकों को आगे तक पढ़ने के लिए मजबूर करने की कला वास्तव में इन न्यूज़ पोर्टल्स से सीखी जा सकती है ।
हालाँकि इसी बीच ये बहस भी जारी है कि क्या न्यूज़ पोर्टल्स समाचार पत्रों को कमज़ोर करते जा रहे हैं । पिछले वर्ष हैदराबाद में आयोजित हुए पत्रकारिता के विश्वस्तरीय सम्मलेन में ये मुद्दा छाया रहा और विभिन्न मीडिया संस्थानों से आये लगभग 900 प्रतिनिधियों, सम्पादकों, तथा पत्रकारों ने इस विषय पर अपने-अपने मत रखते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि समाचार पत्रों की कमज़ोर होती साख की समस्या से निपटने के लिए गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और याहू जैसी कंपनियों के साथ सहयोग करना चाहिए । (1)
बहरहाल बात कुछ भी हो न्यूज़ पोर्टल्स काफ़ी तेज़ी के साथ अपना दायरा बढ़ाते जा रहे हैं और पिछले पांच वर्षों में जो बदलाव इन न्यूज़ पोर्टल्स को लेकर आया है वो वास्तव में समाचार पत्रों को गंभीरता के साथ सोचने पर मजबूर करेगा । ऐसे में यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में समाचार पत्रों और न्यूज़ पोर्टल्स के बीच एक दिलचस्प प्रतियोगिता देखने को मिलेगी ।
Mohd Tariquzzama
मीडिया आज जिस आधुनिक रूप और स्वरुप के साथ हमारे सामने है ये दरअसल वर्षों से लगातार हो रहे अविष्कारों और तकनीकी क्षेत्र में निरंतर विकास का नतीजा है । भारत में मीडिया का इतिहास भले ही पुराना हो मगर पिछले दो दशकों में आधुनिकता और तकनीकों से लैस होने के कारण मीडिया ने जन-जन तक पहुँचने में तेज़ी से सफलता प्राप्त की है । इन्टरनेट तथा अन्य तकनीकी विकास ने भारत में मीडिया को और अधिक लोकप्रिय बना दिया है । आज तकनीकी विकास के ही कारण दिन-ब-दिन मीडिया नए रंग में विकास की नयी बुलंदियों को छूते हुए आगे बढ़ता जा रहा है ।
समाचार पत्रों के बाद न्यूज़ चैनल और न्यूज़ चैनलों के बाद इन्टरनेट ने रफ़्तार के साथ ख़बरों की एक बाढ़ सी लगा दी है । आज सूचनाओं के लिए अगले दिन का इंतेज़ार बीते दिनों की बात लगती है । इन्टरनेट ने सूचनाओं को तेज़ी के साथ इधर से उधर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।
इन्हीं तकनीकी विकास के नतीजे में जो सबसे अहम चीज़ देखने को मिली वो हैं न्यूज़ वेब पोर्टल्स । वेब पोर्टल्स आज समाचार हासिल करने का मुख्य माध्यम बनते जा रहे है । 1990 के बाद से प्रकाश में आने वाले वेब पोर्टल्स आज इतने थोड़े से वक़्त में भी अपनी एक अलग जगह बना चुके हैं ।
वेब पोर्टल्स के महत्त्व का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज हिंदी के बड़े-बड़े समाचार चैनल्स 24 घंटे ख़बरों की बमबारी करने के बावजूद अपने-अपने न्यूज़ पोर्टल्स भी चला रहे है जहाँ से कम समय में भी अधिक से अधिक सूचनाओं को ग्रहण किया जा सकता है ।
समाचार पत्रों की तरह यहाँ स्पेस की कोई सीमा नहीं होती मगर फिर भी यह बात सोचने पर मजबूर करती है कि इन न्यूज़ पोर्टल्स पर ख़बरें विस्तृत होने के बजाय संक्षिप्त क्यों होती है । वास्तव में समाचार पत्रों की तुलना में यहाँ ख़बरें कम से कम शब्दों में बताने की कोशिश की जाती है । चूंकि इन्टरनेट वास्तव में सूचनाओं का एक ज़खीरा है जहाँ कभी भी किसी भी तरह की सूचनाएँ आसानी से उपलब्ध रहती हैं । इतनी ज़बरदस्त भीड़ में इन्टरनेट पर सूचनाओं के स्रोतों की भी कोई कमी नहीं है और एक से बढ़कर एक पोर्टल्स अपने-अपने अंदाज़ में सूचनाएँ देकर पाठकों को अपनी तरफ़ आकर्षित करने की कोशिश में लगे हुए हैं ऐसे यूज़र भी आसानी तलाश करता है कि कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक जानकारी हासिल हो जाये । यही वजह है की न्यूज़ पोर्टल्स ख़बरों को संक्षेप में बता देने की ज़्यादा कोशिश करते हैं ।
वर्तमान समय में हिंदी के कुछ प्रमुख समाचार चैनलों के वेब पोर्टल्स के रूप और स्वरुप पर संक्षेप में चर्चा करते हुए हम हिंदी न्यूज़ पोर्टल्स को आसानी जान और समझ की सकते हैं ।
एन डी टीवी, न्यूज़ 24, आईबीएन 7, आज तक, एबीपी न्यूज़ आदि भारत के प्रमुख हिंदी समाचार चैंनलों में से हैं । 24 घंटे समाचारों के लिए समर्पित ये चैनल्स अपने-अपने पोर्टल्स पर भी विशेष ध्यान देते हैं क्योंकि जैसे जैसे इन्टरनेट यूज़र्स की संख्या भारत में बढ़ती जा रही है और इन्टरनेट लगभग सभी लोगों तक अपनी पहुँच बनाता जा रहा है वैसे-वैसे न्यूज़ पोर्टल्स की लोकप्रियता भी बढ़ती जा रही है । आजतक को हिंदी न्यूज़ चैनलों की दुनिया का सर्वश्रेष्ठ चैनल मन जाता है मगर साथ ही साथ आजतक का वेब पोर्टल भारत के सर्वश्रेष्ठ 10 हिंदी न्यूज़ पोर्टल्स की सूची में भी पहले स्थान पर है ।
आईबीएन 7 का न्यूज़ पोर्टल भी टॉप 10 की सूची में में शुमार किया जाता है आज इन्टरनेट की दुनिया में इन न्यूज़ चैनलों के पोर्टल्स के अतिरिक्त कई पोर्टल्स ऐसे भी हैं जिनकी पहचान केवल एक न्यूज़ पोर्टल्स की शक्ल में ही होती है और उनका वेब पोर्टल्स के आलावा कोई अन्य चैनल या समाचार पत्र नहीं है मगर फिर भी अपने लगातार और तेज़ रफ़्तार अपडेट के कारण निरंतर लोकप्रिय होते जा रहे हैं । इस सन्दर्भ में सबसे मशहूर वेब पोर्टल का नाम वेबदुनिया है ।
इन सभी न्यूज़ वेब पोर्टल्स ने जिस तेज़ी के साथ लोकप्रियता हासिल की है उसका प्रमुख कारण ये है कि ये काफी हद तक यूज़र फ्रेंडली हैं अर्थात एक इन्टरनेट यूज़र के लिए समाचार पत्रों से अधिक सुविधाजनक हैं । लिंक पर विज़िट करते ही खुलने वाला प्रथम पृष्ठ इतना आकर्षक होता है कि यूज़र एक बार अवश्य रुक जाता है और दो-एक अपने मतलब की ख़बर पढ़ने के बाद ही आगे बढ़ता है । ख़बरों का विषयानुसार वर्गीकरण भी पाठकों को वेब पोर्टल्स की ओर अधिक आकर्षित करता है । देश, विदेश, खेल, मनोरंजन, राजनीति, सिनेमा, बिज़नेस, कला आदि विषयों के नाम से प्रथम पृष्ठ पर अलग-अलग पेजेज़ के लिंक्स होते हैं जो एक पाठक को समाचार पत्रों की तरह पन्नों को उलट-पुलट करने से बचने में मदद करते हैं और सीधे तौर पर अपनी रुचि की ख़बर तक पहुँचने तथा पढ़ने की सुविधा प्रदान करते हैं । सोशल मीडिया ने भी न्यूज़ पोर्टल्स को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । आज लगभग सभी न्यूज़ पोर्टल्स अपने पोर्टल को सोशल मीडिया से कनेक्ट करके खुद को प्रमोट करने की कोशिश करते हैं । कुछ दिलचस्प अंदाज़ में ख़बरों की हैडिंग पेश करके पाठकों को आगे तक पढ़ने के लिए मजबूर करने की कला वास्तव में इन न्यूज़ पोर्टल्स से सीखी जा सकती है ।
हालाँकि इसी बीच ये बहस भी जारी है कि क्या न्यूज़ पोर्टल्स समाचार पत्रों को कमज़ोर करते जा रहे हैं । पिछले वर्ष हैदराबाद में आयोजित हुए पत्रकारिता के विश्वस्तरीय सम्मलेन में ये मुद्दा छाया रहा और विभिन्न मीडिया संस्थानों से आये लगभग 900 प्रतिनिधियों, सम्पादकों, तथा पत्रकारों ने इस विषय पर अपने-अपने मत रखते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि समाचार पत्रों की कमज़ोर होती साख की समस्या से निपटने के लिए गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और याहू जैसी कंपनियों के साथ सहयोग करना चाहिए । (1)
बहरहाल बात कुछ भी हो न्यूज़ पोर्टल्स काफ़ी तेज़ी के साथ अपना दायरा बढ़ाते जा रहे हैं और पिछले पांच वर्षों में जो बदलाव इन न्यूज़ पोर्टल्स को लेकर आया है वो वास्तव में समाचार पत्रों को गंभीरता के साथ सोचने पर मजबूर करेगा । ऐसे में यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में समाचार पत्रों और न्यूज़ पोर्टल्स के बीच एक दिलचस्प प्रतियोगिता देखने को मिलेगी ।
Mohd Tariquzzama